Satija इस ताक में रहता कि क्या नई Scheme निकालू कि लोगों को ऊलु बनाऊँ,आेर कैसे पैसे ठगने का प्लान बनाऊँ, इतना मिठा बोलता है कि आप का ख़ास बन जाता है,अपना बन कर पैसे खाता है। इस ठग का तो क़ानून भी कुछ नहीं करता,इसे मौत आ जाये तो ग़रीबों का भला होगा। इस घर वाले भी इस का साथ देते है,भगवान भी इस चोर को तररकि करता है और ग़रीबों ध्यान नहीं देता। समपति trading तो नया concept है पैसा लूटने का,ग़रीबों का ख़ून पिनें का भी।
Leave a Reply